जन्म कुंडली के द्वादश भावों में पंचम भाव का अपना विशिष्ट स्थान है। इसका कारण है कि एक तो यह त्रिकोण होने के कारण अत्यंत शुभ है। दूसरा विद्या, बुद्धि, संतान आदि का कारक भी पंचम ही है।जन्म पत्रिका में पंचम भाव से शिक्षा तथा नवम भाव से उच्च शिक्षा तथा भाग्य के बारे में विचार किया जाता है। सबसे पहले जातक की कुंडली में पंचम भाव तथा उसका स्वामी कौन है तथा पंचम भाव पर किन-किन ग्रहों की दृष्टि है, ये ग्रह शुभ-अशुभ हैं अथवा मित्र, शत्रु, अधिमित्र हैं, विचार करना चाहिए।
उच्च शिक्षा प्राप्ति हेतु सर्वप्रथम बाधाकारक राहू की शांति, पंचमेश व गुरु को बल, अपने गुरुओं का सदैव आदर, मां सरस्वती की आराधना व विभिन्न ग्रहों से संबंधित उपाय भी आवश्यक है। इस तरह की सेवाओं के लिए आप अधिक जानकारी और परामर्श के लिए उनकी वेबसाइट या संपर्क सूत्रों का उपयोग कर सकते हैं, इनकी वेबसाइट पर शिक्षा और नौकरी से संबंधित तरीके में विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान बताया गया है, जल्दी सम्पर्क करे और पाये अपनी समस्याओ का समाधान।
The fifth house has its own special place among the twelve houses of the horoscope. The reason for this is that it is extremely auspicious because it is a triangle. Secondly, the factor of knowledge, intelligence, children etc. is also the fifth house. In the birth chart, education is considered from the fifth house and higher education and luck are considered from the ninth house. First of all, one should consider who is the fifth house in the horoscope of the person and its lord and which planets have an aspect on the fifth house, whether these planets are auspicious or inauspicious or whether they are friends, enemies or best friends..
To attain higher education, first of all, peace of the hindering Rahu, strength to Panchamesh and Guru, always respect for one's Gurus, worship of Mother Saraswati and remedies related to various planets are also necessary. For such services, you can use their website or contact sources for more information and consultation, their website provides solutions to various types of problems related to education and job, contact us quickly and get your information. Solution of problems.
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शुक्र और चंद्र ग्रह अगर कुंडली में एक साथ बैठे हुए हैं तो प्रेमी के साथ ही आपके विवाह की संभावनाएं प्रबल रहती हैं।
If Venus and Moon are sitting together in the horoscope, then the chances of your marriage with your lover are strong.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में ग्रहों के अनुसार व्यक्ति को अपनी नौकरी एवं व्यापार का चयन करना चाहिए।
According to astrology, a person should choose his job and business according to the planets in the horoscope.
वास्तु शास्त्र उनके बीच किसी भी टकराव को हल करने और आपके रहने की जगह को अधिक सामंजस्यपूर्ण बनाने का प्रयास करता है।
Vastu Shastra attempts to resolve any conflicts between them and make your living space with nature for a balanced life.
पितृ दोष पूर्वजों के नकारात्मक कर्मों को संदर्भित करता है, जो वंशजों के जीवन में बाधाओं और दुर्भाग्य का कारण बनता है।
Pitra Dosha refers to negative karma from ancestors, causing obstacles and misfortunes in descendants' lives. Remedies mitigate the dosha's effects.
आपकी जन्म कुंडली में प्रत्येक घर कुछ अलग प्रतिनिधित्व करता है, और 5 वां घर बच्चे पैदा करने से संबंधित है।
Each house in your birth chart represents something different, and the 5th house is related to having children.