व्यक्ति के हाथों की लकीरें उसके भाग्य के बारे में बताती है। प्रत्येक व्यक्ति के हाथों की बनावट से लेकर उसकी लकीरें सभी अलग होती हैं। इन लकीरों की सहायता से न केवल भाग्य बल्कि शुभ अशुभ जैसी घटनाओं का भी पता चलता है। हस्तरेखा विज्ञान इन रेखाओं के अर्थ का अध्ययन है। हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की हथेली में बनने वाले उभार, लकीर और निशान से उसके भाग्यशाली होने के बारे में बताती है। हालांकि, ये रेखाएं समय के साथ-साथ बदलती भी है।
रेखाओं के बदलने से नए-नए चिन्हों का भी निर्माण होता है। कई बार ये चिन्ह काफी शुभ होते हैं, तो कई बार हानिकारक भी होते हैं। जिसके चलते व्यक्ति को व्यापार और अन्य क्षेत्रों में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हस्त रेखा शास्त्र के मुताबिक व्यक्ति के हाथों की कुछ रेखाएं उसके जीवन से जुड़े कई राज उजागर करती है। इसी कड़ी में आइए उन रेखाओं के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
The lines on a person's hands tell about his fate. From the structure of each person's hands to their lines, everything is different. With the help of these lines, not only luck but also auspicious and inauspicious events are revealed. Palmistry is the study of the meaning of these lines. According to palmistry, the bulges, lines and marks formed in a person's palm tell about his good fortune. However, these lines also change with time.
By changing the lines, new symbols are also created. Sometimes these signs are quite auspicious, and sometimes they are also harmful. Due to which the person has to face problems in business and other fields. According to palmistry, some lines on a person's hands reveal many secrets related to his life. In this episode, let us know about those lines in detail.
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शुक्र और चंद्र ग्रह अगर कुंडली में एक साथ बैठे हुए हैं तो प्रेमी के साथ ही आपके विवाह की संभावनाएं प्रबल रहती हैं।
If Venus and Moon are sitting together in the horoscope, then the chances of your marriage with your lover are strong.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में ग्रहों के अनुसार व्यक्ति को अपनी नौकरी एवं व्यापार का चयन करना चाहिए।
According to astrology, a person should choose his job and business according to the planets in the horoscope.
वास्तु शास्त्र उनके बीच किसी भी टकराव को हल करने और आपके रहने की जगह को अधिक सामंजस्यपूर्ण बनाने का प्रयास करता है।
Vastu Shastra attempts to resolve any conflicts between them and make your living space with nature for a balanced life.
पितृ दोष पूर्वजों के नकारात्मक कर्मों को संदर्भित करता है, जो वंशजों के जीवन में बाधाओं और दुर्भाग्य का कारण बनता है।
Pitra Dosha refers to negative karma from ancestors, causing obstacles and misfortunes in descendants' lives. Remedies mitigate the dosha's effects.
आपकी जन्म कुंडली में प्रत्येक घर कुछ अलग प्रतिनिधित्व करता है, और 5 वां घर बच्चे पैदा करने से संबंधित है।
Each house in your birth chart represents something different, and the 5th house is related to having children.